गीत:
जटा कथः संभ्रमब्रम निलिम्पा
निर्जरि विलोला विचि वलारि विराज मन
मुर्धनी धागा धागा धागा ज्वाला
ललता पत्ता पावके किशोरचन्द्र
शेखरे रथी प्रथि क्षणानामा
कौन है वो कौन है वो
कहाँ से वो आया
चारो दिशाओ में
तेज सा वो छाया
उसकी भुजाय बदले कथाय
भागीरथी तेरी तरफ
शिवजी चले देख जरा
ये विचित्र माया
दारा दरेन्द्र नंदिनी विलासा बन्धु
भंडूरा स्फुराडिगंथा संथति
प्रमोधा मन मनसे कृपा
खडक्ष धोराणि निरुद्ध
दुर्धरापदी क्वचि दिगम्बरे
मनो विनोदमेथु वस्थुनि
जादा भुजंगा पिंगला स्फुरथ फना
मणि प्रभा कदम्ब कुमकुमा द्रव
प्रलिप्त दिग्वधु मुखे मधन्धा
सिंधुरा स्फुराथवागु उत्तरिया
मधुरे मनो विनोदमध्बुतम्
बिबरथु भूतः भर्तृहरि